निर्मला घर का सारा काम निबटाकर हर रोज लंबा सफर तय करके आती. निर्मला घर का सारा काम निबटाकर हर रोज लंबा सफर तय करके आती.
एहसास एहसास
आज नौकरी नहीं छोड़ दी होती तो तनख्वाह तो मिलती। आज नौकरी नहीं छोड़ दी होती तो तनख्वाह तो मिलती।
सब ज़ोर से हंस पड़े। कोई नहीं एक दिन मेरा भी आएगा सब ज़ोर से हंस पड़े। कोई नहीं एक दिन मेरा भी आएगा
प्रिंसिपल सर ने भी आश्चर्य से उस चिठठी को हाथ में लिया और ऐसे देखते रहे मानो वक्त ठहर स प्रिंसिपल सर ने भी आश्चर्य से उस चिठठी को हाथ में लिया और ऐसे देखते रहे मानो वक्...
पहले हाट बाजारों में ,आदि में जेब ही कटती थी ,अब मोबाईल के लिए जेबकतरे भी आगे आए है...... पहले हाट बाजारों में ,आदि में जेब ही कटती थी ,अब मोबाईल के लिए जेबकतरे भी आगे आए...